Skip to main content
Submitted by PatientsEngage on 14 May 2021

परमीत कौर सोनी मेंटल हेल्थ फाउंडेशन, कोलकाता  में कंसल्टेंट  क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट हैं। इस लेख में वे बताती हैं कि जब परिवार के किसी सदस्य या करीबी रिश्तेदार को कोविड का निदान मिले तो परिवार के अन्य सदस्य बच्चों को स्थिति से जूझने में सहायता  कैसे कर सकते हैं।

हमें ऐसा कई बार देखते को मिलता है कि जब परिवार में किसी को कोविड हो तो सभी उम्र के बच्चों की चिंता अधिक बढ़ने लगती है, यहाँ तक कि उनमें असुरक्षित महसूस करने के कारण चिपकू होने की प्रवृत्ति भी बढ़ जाती है। हमने क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट परमीत कौर सोनी से पुछा कि महामारी के इस कठिन समय में परिवार वाले इस तरह की स्थिति में क्या कर सकते हैं। नीचे पेश हैं उनके सुझाव: 

निम्नलिखित कदम परिवार के सदस्यों, विशेष रूप से बच्चों को परिवार में कोविड और उपचार के विभिन्न चरणों के लिए तैयार करने में मदद कर सकते हैं:

1.    उनसे बात करते समय उनकी उम्र के हिसाब से सवालों का जवाब दें

बड़ी उम्र के बच्चों (जैसे किशोरों) से बात करते समय, आप पूछ सकते हैं, "आप कोरोनोवायरस के बारे में क्या सुन रहे हैं? आपके क्या सवाल हैं?" छोटे बच्चों से बात कर रहे हों तो आप कह सकते हैं, "क्या आपके उस नई बीमारी के बारे में प्रश्न हैं जो चारों ओर फैल रही है? "। बच्चों से ऐसे प्रश्न पूछने से आपको यह समझने का मौका मिलता है कि बच्चे कितना जानते हैं, और यह पता लग पाता है कि क्या उन्हें गलत जानकारी मिली है।

कई ऑनलाइन संसाधन और चित्रण उपलब्ध हैं जिन्हें खासतौर से कोविड 19 के बारे में बच्चों के साथ बातचीत करने के लिए तैयार किया गया है। उदाहरण: ‘किड्स, वायु और कोरोना: हू विन्स दी फाइट?’। इस पुस्तक को पीजीआईएम्ईआर (चंडीगढ़) और पंजाब विश्वविद्यालय के फैकल्टी  ने लिखा है, ताकि बच्चों को कोरोनोवायरस पर उनके प्रश्नों के उत्तर मिल सकें। एक और संसाधन जो मदद कर सकता है: पीएचएफआई द्वारा हिंदी संसाधन:  “कोविड 19 पर बच्चों के लिए एक ई-पुस्तिका” (https://www.patientsengage.com/resources/how-can-i-explain-covid-19-my-child)

2.    बातचीत के लिए उचित वातावरण बनाएं:

बच्चे और वयस्क सब साथ-साथ बैठें और खुलकर, बेझिझक अपनी भावनाओं को बाँटें। बातों के दौरान चिंताएं और व्याकुलता उभरेंगी। इन पर स्पष्ट रूप से बात करने से बच्चों की चिंता कम होने में मदद मिलेगी।

बच्चे को चुनने दें कि यह बातचीत कैसे होगी। कुछ बच्चे पहले कुछ देर अपनी बात करना चाहेंगे। लेकिन अगर बच्चा बात करने में दिलचस्पी नहीं लेता है, या ज्यादा सवाल नहीं पूछ रहा है, तो भी ठीक है। जैसे-जैसे प्रश्न उठें, उनको संबोधित करें। पर अगर बच्चे में किसी विषय पर दिलचस्पी कम है तो उस विषय पर अधिक विस्तार करने की आवश्यकता नहीं है।

आपका बच्चा सुरक्षित महसूस करे, इस में उसकी मदद करने पर ध्यान दें लेकिन झूठ न बोलें। यदि आपसे कुछ ऐसा पूछा जाता है जिस का आपको उत्तर नहीं पता है, तो कह दें कि आपको नहीं मालूम। इस अवसर का उपयोग उन्हें यह समझाने के लिए भी करें कि वे जानकारी प्राप्त करने के लिए विश्वसनीय संसाधन कैसे देख सकते है - जैसे कि डब्ल्यूएचओ (https://www.who.int/emergencies/diseases/novel-coronavirus-2019)। इस बात से अवगत रहें कि आपके बच्चे को समाचार और जानकारी कैसे मिलती है; विशेष रूप से बड़े बच्चे जो ऑनलाइन जाते हैं और सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं।

हो सकता है कि बच्चा कुछ प्रश्न दोहराए लेकिन यह जरूरी है कि आप बच्चे की चिंताओं और प्रश्नों का शांत और आश्वासन भरे स्वर में जवाब दें। यह सुनिश्चित करें कि वे हमेशा जवाब के लिए या अपनी चिंताओं और संदेहों के लिए आपके पास आ सकें। माता-पिता शांत बने रहेंगे तो बच्चों की बेचैनी और चिंता कम होगी; बच्चे यह भांप पाते हैं कि उनके माता-पिता चिंतित हैं या नहीं। कोशिश करें कि बच्चे समझ पाएं कि वे कुछ दिनों के लिए कोविड वाले व्यक्ति के पास नहीं आ सकते हैं, उनके गले नहीं लग सकते हैं, चुंबन संभव नहीं है - बच्चों को यह समझाने के लिए आप आम सर्दी / फ्लू के उदाहरण का उपयोग कर सकते हैं।

3.    संवाद जारी रखें

अपने बच्चे पर नजर रखें और देखते रहें कि उन्हें अधिक चिंता या तनाव तो नहीं, या उनके कोई ऐसे प्रश्न तो नहीं जिन पर चर्चा होनी चाहिए। कोरोनावायरस पर बातें करते समय इस अवसर को बच्चों को अपने शरीर और स्वास्थ्य के बारे में शिक्षा देने के लिए भी उपयोग करें - जैसे कि स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली (हेल्थी इम्यून सिस्टम) का महत्व (बीमारियों से लड़ना!)

ऐसे प्रश्न पूछें जिन का बच्चों को सोच कर जवाब देना होगा। उदाहरण: आप इन घटनाओं के बारे में क्या सोचते हैं? आपको क्या लगता है कि ये कैसे होती हैं? इस तरह के सवालों से उन्हें उन चीजों पर बातचीत करने में प्रोत्साहन मिलता है जो उन्होंने शायद सुनी हों और जो गलत या अनुचित हैं।
 
4.    दिनचर्या और कनेक्शन बनाए रखें

यदि कोविड से संक्रमित परिवार के सदस्य को अस्पताल में भरती कराया गया है, तो बच्चों को कार्ड बनाने, पत्र लिखने, चित्र या वॉयस नोट भेजने के लिए प्रोत्साहित करें। इससे बच्चे को परिवार के सदस्य से जुड़े रहने की भावना बनी रह सकती है।

इसके अतिरिक्त, एक परिवार के रूप में घर के ऐसे कामों को करने का प्रयास करें  जिस का कोविड का इलाज पा रहे सदस्य के लिए अधिक अर्थ हो, जिस की कद्र हो - जैसे कि पौधों को पानी देना।

ऑनलाइन कक्षाओं और घर के सामान्य कार्य और रस्म रिवाज़ को बनाए रहें - जैसे उनके परिचित दिनचर्या  - और यदि दैनिक रूटीन अस्त-व्यस्त हो गया हो तो उसे फिर कायम करें - इस से बच्चों को अनिश्चितताओं से निपटने में मदद मिलेगी। परिवार के रस्म रिवाज़ और परंपराओं को बनाए रखना जरूरी है क्योंकि इस से परिवार बंधा हुआ और एकजुट रहता है।

यह हो सकता है कि बच्चे कोविड के सामने लाचार और असुरक्षित महसूस करते हों और उन्हें लगता हो कि वे इससे अपने को बचा नहीं पायेंगे। बच्चे यह महसूस कर पायें कि वे स्थिति के  नियंत्रण में है, इस के लिए उनसे कुछ खास कार्य करवाएं। उदाहरण के लिए, बच्चे को समझाएं कि नियमित रूप से हाथ धोना इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह वायरस को दूसरों तक फैलने से रोकने में मदद करता है।

5.    मदद मांगें, दूसरों की सहायता लें और दूसरों को काम में शामिल करें:

कोविड के कारण परिवार का कोई सदस्य अस्पताल में भरती होने पर चिंतित होना स्वाभाविक  है। अपने बच्चों को उन के करीबी दोस्तों और रिश्तेदारों के संपर्क में रहने के लिए प्रोत्साहित करें। यदि वे किसी विशेष रिश्तेदार के घर में समय बिताने के लिए उत्सुक हैं (जैसे गर्मियों की छुट्टियों में दादी के घर जाना)  तो उन्हें वहाँ ले जाने पर विचार करें। यदि आप देखते हैं कि बच्चे की चिंता लगातार बनी हुई है, और बच्चा बहुत भावुक है या उसे सोने कठिनाई हो रही है, तो आप मेंटल हेल्थ काउंसलर से परामर्श कर सकते हैं

6. अस्पताल में भरती परिवार के सदस्य की वापसी के बाद बच्चे का समर्थन करें ।

जब अस्पताल में भरती माता/ पिता/ दादा/ दादी/ नाना/ नानी घर लौटें तो उसके बाद यह स्वाभाविक है कि बच्चा उनके साथ अधिक रहना चाहेगा या बार-बार देखता रहेगा कि वे ठीक हैं और घर पर ही हैं। कुछ समय के लिए बच्चे को ऐसा करने देना अच्छा है। इसके अतिरिक्त, इस समय पर बच्चे के साथ सभी मुद्दों पर बातचीत करते रहना जरूरी है। बच्चे महसूस कर पाएं कि वे देखभाल और व्यक्ति के स्वास्थ्य के सुधार में योगदान दे रहे हैं, इस के लिए उन्हें सरल निर्देश दें और घर के कार्यों में शामिल करें । उदाहरण: बच्चे से कहें, “चलो चलते हैं, नानी को दवा देने का समय हो गया है"। घर में साथ-साथ के खेल और गतिविधियों को फिर से चालू करें, जैसे कि ताश या  कैरम - ऐसी गतिविधियाँ चुनें जिन्हें बच्चा पहले उस परिवार के सदस्य के साथ करने का आनंद लेता था।

यह जरूरी है कि देखभाल करने वाले अपने मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें। वे बच्चे को ठीक से मदद करने में तभी सक्षम होंगे अगर वे स्वयं स्थिति से अच्छी तरह से मुकाबला कर पा रहे हैं। यदि आप अभिभूत महसूस कर रहे हैं, तो कृपया किसी मित्र, रिश्तेदार या डॉक्टर या काउंसलर से संपर्क करें।

  

परमीत कौर सोनी, कंसलटेंट क्लिनिकल साइकोलोजिस्ट, मेंटल हेल्थ फाउंडेशन

Stories

  • I Am Scared To Go Down the Path of Illness
    Author and writer Usha Jesudasan illustrates, with a parable of Chicken Little who believes the world is coming to an end, how illness related anxiety can get difficult. Here she offers some tried and tested tips that have worked for her to come out of this way of thinking. A visiting friend sneezed and coughed around me.  No, he wasn’t wearing a mask.  I was a bit cross.  I had kept myself safe through the two Covid waves and strictly followed safety measures. I live alone, and…
  • long covid symptoms and management
    लॉन्ग कोविड: लक्षण और प्रबंधन
    लॉन्ग-कोविड के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ रही है। यूनाइटेड किंगडम में कंसल्टेंट रुमेटोलॉजिस्ट और जनरल फिजिशियन डॉ अरविंद नुने इस लेख में लॉन्ग-कोविड के लक्षण, निदान और प्रबंधन के बारे में बताते हैं। लॉन्ग-कोविड क्या है? कोविड-19 संक्रमण से ठीक हो रहे कुछ रोगियों में संक्रमण की तीव्र अवस्था के बाद कुछ ऐसे लक्षण होते हैं जो कई हफ्तों से लेकर महीनों तक रह सकते हैं। इसे व्यापक रूप से "लॉन्ग कोविड" के नाम से जाना जाता है। लॉन्ग-कोविड को एक एसआआरएस-सीओवी -2 संक्रमण की लंबी अवधि की अगली कड़ी के रूप…
  • long covid symptoms and management
    Long Covid Symptoms And Management
    There is increased global awareness of Long-Covid.  Dr Arvind Nune, Consultant Rheumatologist & General Physician in the United Kingdom explains Long-Covid symptoms, how to diagnose and manage Long-Covid.     What is Long-Covid? Some patients recuperating from acute COVID-19 infection develop various symptoms that may last for several weeks to months. This has been widely known as “long Covid”. Long-Covid is defined as a long-term sequel of a SARS-CoV-2 infection,…
  • A stock pic of partially visible person sitting in a consult session with a partially visible counsellor with a note book in her hand. In front of them is a table with a glass of water and a box of tissues
    काउन्सलिंग क्या है? क्या यह मेरे लिए उपयोगी होगी?
    सबके जीवन में चुनौतियाँ होती हैं। कभी-कभी चुनौतियाँ आप को अभिभूत कर सकती हैं और हो सकता है कि इनसे मुकाबला करने के आपके सामान्य तरीके काम नहीं कर रहे हों। तनुजा बाबरे एक काउन्सलिंग साईंकोलोजिस्ट हैं जो वर्तमान में आईकल टीआईएसएस में प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर के रूप में कार्यरत हैं।  इस लेख में वे काउंसलर/ थेरापिस्ट के रोल के बारे में बात करती हैं और यह बताती हैं कि आप सही काउंसलर और सही प्रकार की काउन्सलिंग सर्विस के बारे में कैसे निर्णय ले सकते हैं। जीवन की घटनाएँ, चाहे सकारात्मक हों या…
  • How To Differentiate Common Viral Illnesses
    Dr Joyeeta Basu explains about common viral illnesses like flu, dengue and Covid-19, the importance of a precise diagnosis, the symptoms to watch out for and whether one should self-medicate. Plus common misconceptions. Please explain the difference between the common cold, influenza, chikungunya, dengue and covid. Influenza (flu) and the common cold are both contagious respiratory illnesses, but they are caused by different viruses. Flu is caused by influenza viruses only, whereas the common…
  • Usha in front of a palm tree in her garden
    Choosing Joy Even in the Darkest Hour
    Usha Jesudasan, author and motivational writer, whose three children were on the forefront of Covid care with one of them contracting the disease, feels no matter what our circumstances, we can choose joy as a traveling companion during difficult times. Read her simple thoughts to uplift her mood. I’m flipping over the entries in my diary.  One line keeps appearing again and again – be kind and make a difference to someone every day.  This was the mantra that was drilled into me as a…
  • Image of a coronavirus and text overlay which says How to prevent mucormycosis
    How Can We Prevent Covid Related Mucormycosis
    Dr. Tarjani Dave, Consultant Ophthalmologist at LV Prasad Eye Institute explains what is Mucormycosis or Black Fungus, the symptoms associated with it, why there was a spike in the second wave of Covid cases in India and how to prevent another spike in the future. Why is Mucormycosis called the “black fungus”? Mucormycosis is caused by a fungus called Mucor that is found all around us - in the oral and respiratory lining of all healthy individuals, soil, water and air. It commonly affects…
  • A picture of a moon shining over a body of water
    चाँद को निहारने से मिला कोविड पैन्डेमिक में सुकून
    महामारी की दूसरी लहर में स्व-सहायता की पुस्तकों की लेखिका उषा जेसुदासन ने पाया कि प्रियजनों को अचानक खो देने पर वे पूरी तरह से सुस्त  पड़ गयीं, पर तब चंद्रमा की चिरस्थाई रौशनी और सुन्दरता ने फिर से उनमें आशा जगाई। इस लेख में वे अपने अनुभव साझा कर रही हैं - इसे पढ़ें और कोविड के विषाद  को हटाएं। पिछले साल मई जून में महामारी हमारे लिए एक नई परिस्थिति थी। हमें यकायक सख्त लॉकडाउन का अनुपालन करना पड़ा। हम चित्र देख रहे थे जिन में गरीब प्रवासी मजदूर अपना सारा सामान प्लास्टिक की थैलियों या…
  • कोविड वैक्सीन और सामाजिक समर्थन ने गंभीर संक्रमण से बचाया
    एआईआईएमएस अस्पताल के कर्मचारी विवेक कुमार सिंह कोविड-19 संक्रमण की एक असामान्य घटना में पूरी तरह से टीकाकरण (दोनों डोज़) के तीन सप्ताह बाद कोविड के लिए पॉजिटिव निकले। इस लेख में वे अपनी कहानी साझा करते हैं और संक्रमण के बावजूद जीवित रहने में मदद के लिए वैक्सीन के प्रति और अपने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एआईआईएम्एस /एम्स) के सहकर्मियों के प्रति आभार व्यक्त करते हैं । वैक्सीन की दूसरी खुराक मिलने के 25 दिन बाद मेरा कोविड का टेस्ट पॉजिटिव निकला। मुझे पहला शॉट 23 फरवरी 2021 को मिला था, दूसरा…
  • Covid-19 Complications To Watch Out For - Part 1
    While most people have a mild case of Covid and recover reasonably quickly, some people are reporting complications like mucormycosis, hyperglycemia. low BP. Dr Swati Jha, lists down some of the common complications that Covid-19 patients are seeing during and after COVID-19. This is the first of the two-part series. Hyperglycemia A large percentage of hospitalized Covid patients (50% from one study) were found to have hyperglycemia (high blood sugar levels) on admission. This is termed acute…