Skip to main content
डॉ अनुपमा पट्टियारी के परिवार में बहुत लोगों को हीमोफीलिया है। हालांकि कई लोगों का सोचना है कि हीमोफीलिया सिर्फ पुरुषों में होता है, डॉ अनुपमा को भी 32 साल की उम्र में हल्के हीमोफीलिया का निदान मिला था। आज, वे हीमोफीलिया वाले युवा और हीमोफीलिया(…
आत्महत्या से हुई मौत अन्य मौतों से बहुत अलग है - पर सही सहारा और वातावरण हो, तो कदम दर कदम इस के शोक से भी उभर सकते हैं | “लेफ्ट बिहाइंड: सर्वाइविंग सुसाइड लॉस” की लेखिका डॉ नंदिनी मुरली ने एक दो-भाग (यहाँ और यहाँ) के साक्षात्कार में अपने पति…
इस लेख में फर्नांडीज हॉस्पिटल्स में कंसल्टेंट नियोनेटोलॉजिस्ट डॉ तेजो प्रताप ओलेटी शिशु को ठीक से पोषण देने के महत्व पर प्रकाश डालते हैं। वे इस विषय से सम्बंधित मिथकों और भ्रांतियों को संबोधित करते हैं और ऐसे सरल तरीकों पर चर्चा करते हैं जिन से छोटे…
दिल्ली के 37 वर्षीय विनय जानी 21 साल की छोटी उम्र से एपिलेप्सी (मिर्गी, अपस्मार) से जूझ रहे हैं। वे बताते हैं कि उन्होंने इस स्थिति से कैसे दृढ़ता से मुकाबला किया, खासकर उन चुनौतियों का सामना करने में जो समाज में बड़े पैमाने में एपिलेप्सी के बारे…
स्तनपान सप्ताह (ब्रैस्टफीडिंग वीक) 1-7 अगस्त के अवसर पर डॉ शीतल पटेल शिशुओं को स्तनपान कराने के कई लाभों के बारे में चर्चा करती हैं। स्तनपान कराना न केवल मां और बच्चे के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए फायदेमंद माना जाता है। यह बच्चों को दूध पिलाने का…
एपिलेप्सी के 23 साल बाद यशोदा वाकणकर को न्यूरोसर्जरी द्वारा सीज़र से मुक्ति मिली। वे एक दशक से अधिक समय से एपिलेप्सी वाले व्यक्तियों के लिए सफलतापूर्वक एक सहायता समूह (सपोर्ट ग्रुप) और विवाह ब्यूरो चला रही हैं। मुझे बचपन से एपिलेप्सी है। मैं 7 साल की…
चंडीगढ़ की 49 वर्षीय प्रीति सिंह एक सफल लेखिका हैं, जिनकी नवीनतम पुस्तक 'ऑफ एपिलेप्सी बटरफ्लाइज़' एपिलेप्सी (मिर्गी) के विषय पर एक सटीक एवं उपयोगी पुस्तक है। उन्हें दो साल की छोटी उम्र से एपिलेप्सी है, और इस लेख में वे बताती हैं कि कैसे जीवन के उतार…
दुनिया भर में लगभग 200 से 250 मिलियन (20 से 25 करोड़) लोग अस्थमा (दमा) से प्रभावित हैं और हर साल लगभग 250,000 लोग अस्थमा के कारण मरते हैं। अस्थमा ज्यादातर बचपन में शुरू होता है। इस लेख में अस्थमा के बारे में जानकारी प्राप्त करें । …
ज्योति जोशी ने अपनी पुस्तक 'जर्नी ऑफ सेवन स्टेप्स' में अपनी खुशहाल शादी और अमेरिका प्रवास का वर्णन किया है। अपने पति की देखभाल में समर्पित, वे उन मार्मिक क्षणों के बारे में लिखती हैं जब उन्हें पति के अल्जाइमर रोग का पता चला था। वे एक देखभालकर्ता के…