
डॉ राका कौशल, वरिष्ठ नेफ्रोलॉजिस्ट, ने पेशेंट्स एंगेज के साथ क्रॉनिक किडनी डिसीज़ (सीकेडी, दीर्घकालिक गुर्दे की बीमारी) पर एक वेबिनार में सीकेडी के रोगियों में महिलाओं के मुद्दों पर बात की थी। इसमें उन्होंने गर्भावस्था की जटिलताओं से लेकर बालों का झड़ना, असामान्य मासिक धर्म, रजोनिवृत्ति, मौखिक गर्भ निरोधकों और ऐसे अनेक मुद्दों पर बात की थी।
वेबईनर में संबोधित प्रमुख प्रश्नों के उत्तरों का सारांश इस लेख में उपलब्ध हैं। लेख में, और यूट्यूब पर देखने वालों की सुविधा के लिए प्रत्येक प्रश्न को टाइम स्टैम्प के साथ चिह्नित किया गया है। यूट्यूब का प्लेयर और विडिओ का लिंक नीचे दिए गए हैं।
1:43 क्या क्रानिक किड्नी डिसीज़ (सीकेडी) वाली महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान जटिलताएं होने की संभावना अधिक होती है?
हां, निश्चित रूप से। जब सीकेडी वाली महिला डायलिसिस से पूर्व के चरण में होती है या डायलिसिस पर होती है तो उसकी प्रजनन क्षमता कम हो जाती है। पर किडनी ट्रांसप्लांट के बाद इसमें सुधार होता है। सीकेडी वाली महिलाओं में मधुमेह, उच्च रक्तचाप और एनीमिया जैसी सह-रुग्णताएं भी होती हैं, जो प्रजनन क्षमता को और कम करती हैं और यदि वे गर्भवती हो जाएं, तो उनकी रुग्णता का दर अधिक होता है।
इसलिए यदि सीकेडी वाली कोई महिला गर्भवती होने की योजना बना रही है, तो उसे अपने नेफ्रोलॉजिस्ट के परामर्श से गर्भावस्था की योजना बनानी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित करा जा सके कि महिला अपने इष्टतम स्वास्थ्य पर है। साथ ही, गर्भधारण से 6-8 सप्ताह पहले कुछ दवाएं बंद करनी होती हैं।
3:08 क्या महिलाओं को गर्भावस्था के बारे में चर्चा अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ से करनी चाहिए या नेफ्रोलॉजिस्ट से?
पहले और मुख्यतः यह चर्चा नेफ्रोलॉजिस्ट से होनी चाहिए। किसी भी नियोजित गर्भधारण पर विचार करने से पहले कुछ निश्चित मानदंड हैं जिनपर ध्यान देने की आवश्यकता है:
- नियोजित गर्भधारण के लिए गुर्दे के प्रत्यारोपण (किड्नी ट्रांसप्लांट) के बाद से कम से कम 2 वर्ष तक इंतजार करना चाहिए।
- रक्तचाप स्थिर होना चाहिए।
- गुर्दों का कार्य सामान्य होना चाहिए।
- प्रोटीनूरिया (मूत्र में प्रोटीन की उपस्थिति) नहीं होनी चाहिए।
4:20 मेरा प्रत्यारोपण 7 साल पहले हुआ था। आजकल मेरा बीपी कम है, और 110/70 रहता है। एंटीहाइपरटेन्सिव (उच्च रक्तछाप की दवाएं) बंद कर दी गई हैं लेकिन मुंह में सूखापन और सुबह के समय पेशाब कम होने की समस्या जारी है।
ट्रांसप्लांट के बाद ब्लड प्रेशर में किसी भी बदलाव के लिए रक्त मापदंडों और गुर्दे की कार्य क्षमता का मूल्यांकन आवश्यक है। नेफ्रोलॉजिस्ट को सूचित करें ताकि इसकी जांच की जा सके।
5:16 मैं डायलिसिस पर हूँ और मेरे बाल झड़ रहे हैं। क्या यह हार्मोन के कारण है?
बहुत सारी सीकेडी वाली महिलाएं न केवल हार्मोन के कारण बल्कि उच्च यूरिया और उच्च क्रिएटिनिन के स्तर के कारण बालों के झड़ने का अनुभव करती हैं। वे त्वचा विशेषज्ञ से मिल सकती हैं ताकि विशेषज्ञ खोपड़ी पर लगाने के लिए क्रीम दे सकें। कुछ विटामिनों की कमी भी बालों के झड़ने में योगदान कर सकती है इसलिए त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श करना बेहतर है।
5:55 मैं स्टेज 3 सीकेडी की मरीज हूं, अब 7 साल से इस स्थिति में हूँ, क्रिएटिनिन में कुछ उतार-चढ़ाव के साथ। मुझसे कहा गया है कि मेरे लिए गर्भधारण उचित नहीं है?
सीकेडी वाली महिलाओं के लिए, गर्भावस्था का असर माता और भ्रूण, दोनों की रुग्णता और मृत्यु दर पर हो सकता है। यदि आपको सलाह दी गई है कि गर्भधारण न करें, तो यह हाई बीपी के जोखिम के कारण हो सकता है जिस के कारण प्रीक्लेम्पसिया हो सकता है, स्टिलबर्थ (मृत शिक्षु पैदा होना) की संभावना, या समय से पहले प्रसव, या जन्म के समय नवजात का कम वजन या अन्य समस्याएं हो सकती हैं। इसके अतिरिक्त, प्रसव के बाद आपका गुर्दे की कार्यक्षमता तेजी से बिगड़ सकता है जिससे डायलिसिस और ट्रांसप्लांट की नौबत भी करीब आ सकती है। ये गंभीर संभावनाएं हैं जिनके कारण आपको गर्भावस्था की योजना तभी बनानी चाहिए जब आपका नेफ्रोलॉजिस्ट आपको ऐसा करने की सलाह दें।
7:08 मेरी स्त्री रोग विशेषज्ञ ने मुझे बताया है कि मेरे अंडे अस्थिर हैं और सरोगेसी के योग्य नहीं हैं क्योंकि मैं दवाओं की उच्च खुराक पर हूँ। क्या मेरे अंडे का उपयोग करना संभव है? कोविड होने पर ट्रांसप्लांट के मरीज़ कौन सी दवाएं जारी रख सकते हैं?
अगर किसी महिला के लिए सामान्य गर्भावस्था संभव है, तो ऐसा कोई कारण नहीं है जिस से यह कहें कि उसके अंडे उपयुक्त नहीं हैं। सिर्फ इतनी जानकारी के आधार पर सरोगेसी संभव नहीं होगी, ऐसा नहीं लग रहा है। लेकिन कृपया अपने नेफ्रोलॉजिस्ट और स्त्री रोग विशेषज्ञ से फिर से बात करें। यदि किसी प्रत्यारोपण रोगी को कोविड हो जाता है पर उसे कोविड लक्षण नहीं हैं या उसके लक्षण हल्के हैं, तो किसी भी मौजूदा दवा को कम करने की कोई आवश्यकता नहीं है। यदि कोविड गंभीर हो जाता है, तो डॉक्टरों को कोविड की जटिलताओं और अंग अस्वीकृति (ऑर्गन रीजेक्शन) की संभावना के बीच संतुलन करना होगा। महिला के कोविड संक्रमण की गंभीरता के आधार पर, कुछ इम्यूनोसप्रेसेंट कम किए जा सकते हैं। अपनी दवाओं को खुद न बदलें, डॉक्टर से बात करें।
9:37 मेरे मासिक धर्म असामान्य हैं और 15 दिनों से विलंबित हैं। मुझे सीकेडी है और पिछले 4.5 वर्षों से मेरा क्रिएटिनिन 2.5 से 5.5 के बीच है। मैं डायलिसिस पर नहीं हूं।
स्टेज 3 के बाद सीकेडी वाली महिलाओं में बहुत सारे हार्मोनल परिवर्तन होते हैं जो मासिक धर्म के चक्र को प्रभावित कर सकते हैं। कुछ महिलाओं को एमेनोरिया (जहां माहवारी बंद हो जाती है) या अनियमित माहवारी हो सकती है। अगर इस से परेशानी नहीं है, तो इसे अनदेखा करें। यदि आपको मासिक धर्म में अत्यधिक रक्तस्राव या दर्द हो रहा है तो किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करें, ताकि आपके मासिक धर्म के चक्र को हार्मोनल थेरेपी द्वारा नियमित करने का प्रयास किया जा सके। यह शायद सफल हो या असफल रहे। हमने देखा है कि एक बार जब प्रोजेस्टेरोन बंद हो जाता है, तो मासिक धर्म फिर से अनियमित हो जाते हैं । पूरी जांच और इलाज के विकल्पों के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह करना जरूरी है।
11:03 क्या मासिक धर्म के दौरान असामान्य रक्तस्राव होना किडनी की बीमारी से संबंधित है? हॉर्मोनल इलाज के बाद भी मुझे काफी ज्यादा रक्तस्राव होता था और कुछ महीने बाद मुझे पता चला कि मेरी किडनी फेल हो गई है।
हाँ, निश्चित रूप से। गुर्दे की क्षति का हार्मोनल परिवर्तनों से संबंध है और इसलिए मासिक धर्म न होना या अनियमित होना गुर्दे में समस्या होने का संकेत हो सकता है। प्लेटलेट के ठीक काम न करने के कारण ब्लीडिंग की प्रवृत्ति भी बढ़ जाती है।
11:45 मैं 39 साल की हूँ। एक साल से, मेरे मासिक धर्म (जो नियमित हैं) के साथ मुझे मतली, उल्टी, सिरदर्द और बेचैनी की तकलीफें हो रही हैं। क्या यह डायलिसिस के कारण है?
यह यूरिया-क्रिएटिनिन लेवल में बदलाव से शरीर में होने वाले बदलावों के कारण हो सकता है। तो, कारण न तो बीमारी है न कि डायलिसिस। आपको अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए जो मतली, उल्टी, सिरदर्द आदि लक्षणों से राहत ले लिए दवाएं दे सकती हैं।
12:40 ट्रांसप्लांट के बाद, महिलाएं जलन और यूटीआई (यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन, मूत्र पथ का संक्रमण) से कैसे बच सकती हैं?
यूटीआई महिलाओं में और विशेष रूप से प्रत्यारोपण प्राप्त महिलाओं में अधिक आम हैं। बचाव के लिए टिप्स में मौजूद हैं बुनियादी स्वच्छता बनाए रखना, जैसे कि:
- बार-बार या जब आपको पेशाब करने की इच्छा हो तब पेशाब करें। वेग को दबाएं नहीं।
- हर बार पेशाब करने के बाद अपने योनि क्षेत्र को पानी से धोएं और टॉयलेट पेपर से सुखाएं।
- स्टूल पास करने के बाद, हमेशा आगे से पीछे की ओर पोंछें, न कि इसके विपरीत।
- सार्वजनिक शौचालयों के उपयोग से बचें। यदि आवश्यक हो, तो एक भारतीय शौचालय (नीचे उकड़ूँ बैठने वाला) का चयन करें या अपने साथ कीटाणुनाशक स्प्रे या वाइप रखें जिन से आप पश्चिमी शैली के शौचालय में बैठने से पहले उसकी सीट को साफ करें या ढकें। सार्वजनिक शौचालय यूटीआई संक्रमण का एक प्रमुख स्रोत हैं।
14:40 मेरा प्रत्यारोपण 3 साल पहले हुआ था। मुझे अब गैस की समस्या हो रही है और 10 दिन से फिशर है।
आमतौर पर फिशर (विदर) कब्ज के कारण हो जाते हैं, और फिशर अपने आप में गैस का कारण बन सकते हैं। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ और ईसबगोल लें - ये कब्ज से राहत देंगे। आपका नेफ्रोलॉजिस्ट गैस से राहत के लिए दवाएं लिख सकते हैं। यदि कब्ज ठीक होने के बाद भी फिशर रहें, तो सर्जन से परामर्श करें जो इसका इलाज करने में मदद कर सकते हैं।
17:17 जिस महीने मुझे सीकेडी का पता चला था, वह आखिरी महीना था जब मुझे मासिक धर्म हुआ था। मैं उस वक्त 28 साल की थी। मेरे डॉक्टर ने मुझे बताया कि यह कम उम्र की रजोनिवृत्ति का प्रारंभ है। ट्रांसप्लांट के बाद, मेरे पीरियड्स फिर से शुरू हो गए लेकिन हर महीने केवल एक दिन के लिए।
एक बार प्रत्यारोपण के बाद क्रिएटिनिन सामान्य हो जाता है, तो मासिक धर्म फिर से शुरू हो जाते हैं लेकिन वे अनियमित हो सकते हैं। ऐसा हार्मोनल परिवर्तन के कारण होता है। यदि शारीरिक रूप से यह आपको परेशान कर रहा है तो अपने नेफ्रोलॉजिस्ट और स्त्री रोग विशेषज्ञ से बात करें।
18:35 मेरी त्वचा हमेशा स्वस्थ रहती थी लेकिन मेरे ईएसआरडी (एन्ड स्टेज रीनल डिसीज़, गुर्दों की बीमारी का अंतिम चरण) के निदान के बाद, मेरी त्वचा काली और बेजान हो गई है।
त्वचा का काला पड़ना अंतिम चरण के गुर्दे की बीमारी का एक सामान्य लक्षण है क्योंकि यूरिया जमा हो रहा है। डायलिसिस शुरू होने से शायद त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार न हो, पर ट्रांसप्लांट के बाद शायद फर्क पड़े। कॉस्मेटिक मेडिकेशन शायद ज्यादा मदद न करें।
19:32 प्रत्यारोपण के 15 साल हो गए हैं। घर के काम के बाद मुझे बहुत थकान हो जाती है। मुझे ऊर्जा वापस पाने के लिए झपकी लेनी पड़ती है। मैं केवल 33 साल की हूँ।
यदि प्रत्यारोपित गुर्दा ठीक से काम कर रहा है और क्रिएटिनिन का स्तर सामान्य है तो थकान नहीं होनी चाहिए। थकान क्यों है, इस के लिए चेक अप करवाएं - शायद हीमोग्लोबिन कम हो या दवा के दुष्प्रभाव हो रहे हों।
20:34 सीकेडी रोगी 13 साल से, स्टेज 5। जनवरी में, मेरे पोटेशियम का स्तर बढ़ गया था लेकिन अब नियंत्रण में है। क्या मैं कभी-कभी राजमा, चना, कढ़ी जैसी अपनी पसंद की चीजें खा सकती हूँ?
कढ़ी, राजमा, चना जैसे व्यंजन आपके प्रोटीन स्तर को प्रभावित कर सकते हैं लेकिन आप इन्हें हर 10-15 दिनों में एक बार ले सकती हैं। पर कुछ सब्जियों और फलों में पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है, और उन से बचना चाहिए। शरीर में पोटेशियम का उच्च स्तर (6 से ऊपर) जानलेवा हो सकता है।
22:13 क्रिएटिनिन के स्तर के संदर्भ में प्रोटीन सेवन कितना प्रतिबंधित करना चाहिए?
आदर्श रूप से, आपको किसी गुर्दे के आहार विशेषज्ञ (रीनल डाइइटिशन) से परामर्श करनी हाहीये, जो आपके वजन के अनुसार आपके लिए आहार योजना बनाएंगे और प्रोटीन की आवश्यकताओं को तय करेंगे। मोटे तौर से, जब सीकेडी स्टेज 2 को पार कर लेता है, तो प्रोटीन का सेवन 0.8 ग्राम प्रति किलो (शरीर के वजन का) तक सीमित करा जाता है।
23:32 क्या ट्रांसप्लांट के मरीज गैस या कब्ज के लिए आयुर्वेद या होम्योपैथी ले सकते हैं?
बिल्कुल नहीं, क्योंकि प्रत्यारोपण की दवाएं कई अन्य दवाओं के साथ नहीं ली जा सकती हैं और आपको नुकसान हो सकता है। जिन दवाओं पर कोई शोध नहीं हुआ है, उन दवाओं को अपनी नेफ्रोलॉजिस्ट द्वारा निर्धारित दवाओं से मिलाने का जोखिम उठाना अनुचित होगा क्योंकि इससे अंग अस्वीकृति हो सकती है। इसलिए, कृपया अपने नेफ्रोलॉजिस्ट द्वारा बताई गई दवाओं के अलावा कोई भी दवा न लें।
24:45 जून में मुझे बुखार हुआ जो 105F तक बढ़ गया। 10 दिनों के लिए मेरा ऑगमेंटिन के साथ इलाज किया गया था और अब मेरा क्रिएटिनिन 6.0 तक बढ़ गया है। मैं अपना क्रिएटिनिन कैसे कम करूं?
शरीर में कोई भी संक्रमण होना क्रिएटिनिन बढ़ने का कारण बन सकता है। संक्रमण के लगभग 6-8 सप्ताह बाद, क्रिएटिनिन 3 के प्रारंभिक स्तर पर वापस आ सकता है या 4 पर स्थिर हो सकता है। यदि ऐसा नहीं होता है, तो क्रिएटिनिन के ठीक होने की संभावना कम होती है। इंतजार करें, देखते रहें।
26:48 दवाओं के साथ एंडोमेट्रियोसिस का प्रबंधन कैसे करें? मैं वर्तमान में वाइसोलोन ले रही हूं।
एंडोमेट्रियोसिस को दवाओं के साथ प्रबंधित नहीं किया जा सकता है; इसका एकमात्र विकल्प सर्जरी है।
27:25 मैं डायबिटिक हूँ, मैं अपना आहार ठीक कैसे रखूँ?
आपको एक योग्य आहार विशेषज्ञ से मिलने की आवश्यकता है जो आपके लिए आहार चार्ट तैयार कर सकें। आहार विशेषज्ञ से इस बारे में बात करें कि क्या लिया जा सकता है और आपकी पसंद क्या है, ताकि एक संतुलन बना रहे।
28:15 किस प्रकार के मौखिक गर्भनिरोधक का उपयोग सुरक्षित हैं?
कोई भी ओटीसी दवा न लें, अपने नेफ्रोलॉजिस्ट से सलाह लें, वे आपके लिए सही गर्भनिरोधक लिखेंगे। प्रत्यारोपण के बाद, मौखिक गर्भ निरोधकों से बचना होगा क्योंकि वे अंग अस्वीकृति (ऑर्गन रीजेक्शन) का कारण बन सकते हैं।
30:20 क्या सीकेडी वाली महिलाओं में रजोनिवृत्ति के लक्षण बदतर होते हैं? वे ऑस्टियोपोरोसिस जैसी रजोनिवृत्ति की जटिलताओं का प्रबंधन कैसे कर सकती हैं?
सीकेडी रोगियों में पहले से ही हॉट फ्लैशेस (अचानक तेज गर्मी महसूस करना), मतली, उल्टी, धड़कन जैसे कुछ लक्षण प्रमुख होते हैं। रजोनिवृत्ति के दौरान ये लक्षण होने या बढ़ने संभव हैं। इन लक्षणों का इलाज करना मुश्किल है क्योंकि यह (or should it be इनके इलाज की दवाएं?) सीकेडी के साथ मौजूद सह-रुग्णताओं में हस्तक्षेप कर सकता है। योग और व्यायाम जैसे वैकल्पिक उपचारों का उपयोग करें, और जीवनशैली में बदलाव करें जैसे कि स्वस्थ भोजन करना (वसायुक्त और मीठे खाद्य पदार्थों से परहेज करना)। यह मददगार होगा!
कोशिश करें कि कम दवाएँ लें क्योंकि गुर्दे के रोगियों के लिए दवाओं के दुष्प्रभाव अधिक होते हैं और उनको सहन कर पाना अधिक कठिन होता है। सीकेडी रोगियों की हड्डियां कमजोर होती हैं और रजोनिवृत्ति इस समस्या को बढ़ा सकती है। सुनिश्चित करें कि आप अपने कैल्शियम और फास्फोरस के स्तर को बनाए रखें।
33:55 क्या ट्रांसप्लांट के बाद के मरीजों के लिए साइकिल चलाना सुरक्षित है?
साइकिल चलाना एरोबिक व्यायाम करने का एक बढ़िया तरीका है। चोटों से बचें, सही लेन में साइकिल चलाएं और गति उतनी ही तेज रखें जिस गति तक आप साइकिल को नियंत्रित रख सकें। साइकिल चलाने के लिए कोई अन्य विपरीत संकेत नहीं है।
35:01 ट्रांसप्लांट के बाद मुझे 7 साल हो गए हैं। मेरे ब्रेस्ट में सिस्ट है। मेरे स्त्री रोग विशेषज्ञ ने कहा कि यह बिनाइन है। कृपया सलाह दें।
हर स्तन पुटी (ब्रेस्ट सिस्ट) के लिए एक एफएनएसी (फाइन नीडल एस्पिरेशन, एक पतली सुई से ऑटाप्सी के लिए सैम्पल निकालना) किया जाना चाहिए, विशेष रूप से पोस्ट-प्रत्यारोपण रोगियों के लिए क्योंकि उनमें कैंसर की संभावना अधिक होती है।
36:03 मैं पीरियड्स के बीच में कुछ स्पॉटिंग का अनुभव करती हूँ। मैं पोस्ट-ट्रांसप्लांट वाली महिला हूं।
प्रत्यारोपण के बाद हार्मोनल परिवर्तन सामान्य हैं। इसकी जांच के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ के पास एक बार जरूर जाएं। अगर हार्मोनल टेस्ट और अल्ट्रासाउंड नॉर्मल हैं, तो चिंता की कोई बात नहीं है।
डॉ. राका कौशल नेफ्रोलॉजी एंड रीनल ट्रांसप्लांट आइवी हॉस्पिटल, मोहाली और खन्ना में डायरेक्टर हैं।