Skip to main content
Submitted by PatientsEngage on 13 December 2021
Image Description: An elderly person with a walker and supported by a caregiver

वजन का बेवजह घटना, याददाश्त की समस्याएँ, कमजोरी और गहरी थकान जैसे लक्षणों को "सामान्य उम्र बढ़ने" की प्रक्रिया न समझें - ये किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकते हैं । इस लेख में डॉ शीतल रावल ऐसे 12  लक्षणों के बारे में बता रही हैं जो बुजुर्गों में अकसर पाए जाते हैं पर जिन्हें अनदेखा करने के बजाय आपको डॉक्टर की राय लेनी चाहिए। 

वही लक्षण जो एक युवा व्यक्ति में एक कारण से हो सकते हैं वे बुजुर्गों में दूसरे कारणों से हो सकते हैं।  युवा व्यक्ति में शायद वे इतने गंभीर न हों, पर बुज़ुर्ग में वे किसी गंभीर बीमारी की ओर संकेत कर सकते हैं। बुजुर्गों में अकसर कई चिरकालिक पुरानी बीमारियाँ पहले से मौजूद होती हैं, चोटें होती हैं, उनमें उम्र की वजह से शारीरिक परिवर्तन होते हैं। इन सब के कारण कभी-कभी उनमें अन्य गंभीर लक्षण स्पष्ट प्रकट नहीं होते या इतने गंभीर नहीं लगते । यदि इन लक्षणों को नजरंदाज करें, इनकी सही जांच न करें, तो इनको पैदा करने वाली बीमारियों का इलाज नहीं  होता और इन से व्यक्ति के स्वास्थ्य पर गंभीर या घातक परिणाम हो सकते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इन अस्पष्ट चेतावनी संकेतों पर ध्यान दिया जाए, इनके वास्तविक कारणों की पहचान हो, और तुरंत उचित कदम लिए जाएँ।

Read in English: 12 Confusing and Overlapping Symptoms in the Elderly

  • अचानक होने वाला संभ्रम (कन्फ्यूजन) या प्रलाप (डेलिरियम):  यह कई कारणों से हो सकता है जैसे स्ट्रोक, लो ब्लड शुगर लेवल (रक्त शर्करा का स्तर कम होना), डिहाइड्रेशन (निर्जलीकरण, तरल पदार्थ कम लेने से), सिर पर चोट, किसी दवा का साइड-इफ़ेक्ट आदि। डिहाइड्रेशन के कारण इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन हो सकता है, खासकर जब यह डिहाइड्रेशन उल्टी या दस्त के कारण हो। ऐसे मामलों में, सिर्फ सादा पानी लेना पर्याप्त नहीं है। आपको पानी में ओरल रिहाइड्रेशन साल्ट (O.R.S) या नमक और चीनी मिलाना होगा। हाल में यह पहचाना गया है कि यूटीआई (मूत्र पथ संक्रमण) बुजुर्गों में भ्रम के सबसे आम कारणों में से एक है। डिलेरियम अकसर बीमारी में या अस्पताल में भर्ती होने के दौरान या रिकवरी चरण में होता है। यह अस्पताल में भर्ती 65 वर्ष से अधिक आयु वालों में सबसे आम जटिलता (कौम्प्लिकशन) है। यदि इसका उपचार न करा जाए तो स्वास्थ्य फिर से ठीक नहीं हो पायेगी और मृत्यु की संभावना अधिक होगी।
  • सामान्यीकृत (जेनरलाइज़्ड) पेट दर्द: यह अनेक पेट संबंधी कारणों से हो सकता है और यह तीव्र, उप-तीव्र या क्रोनिक (चिरकालिक) हो सकता है। कारणों में मौजूद हैं: एपेंडिसाइटिस, हर्निया, अल्सर, यकृत (लीवर) या अग्नाशय ( पैन्क्रीआ) की समस्याएँ, गैस्ट्रिक सिस्टम में बाधा आदि। यह दर्द अधिक गंभीर बीमारी के कारण भी हो सकता है, जैसे कि कोलन का कैंसर । सही निदान तक पहुँचने के लिए व्यक्ति की संपूर्ण मेडिकल हिस्ट्री आवश्यक है।
  • बिना कारण वजन कम होना: यह हमेशा चिंता का कारण होता है। “अवांछित वजन घटना”  की परिभाषा है 6 से 12 महीनों के भीतर 5% से अधिक वजन घटना। बुजुर्गों में इसका सबसे आम कारण है कुपोषण। परन्तु यह ध्यान रखना जरूरी है कि कुपोषण तब भी मौजूद हो सकता है जब वजन स्पष्ट रूप से कम न हो। कुपोषण के कारणों की तलाश करते समय सामाजिक और मनोवैज्ञानिक कारकों - जैसे अवसाद और मदात्यय (शराब पर निर्भरता, अल्कोहलिज़्म) - को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। कई बुज़ुर्ग अकेले रहते हैं और भोजन ठीक से नहीं करते - वे "चाय और टोस्ट" से ही गुजारा करते रहते हैं। वजन घटने के अन्य कारणों में शामिल हैं - गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं, भोजन का स्वाद अनुभव न कर पाना, मितली, दांतों की समस्याएं, और गंभीर समस्या जैसे कि कैंसर। वजन घटने से कमजोरी महसूस होती है और दैनिक जीवन की जरूरी गतिविधियाँ कर पाने की क्षमता में गिरावट होती है। कम वजन वाले व्यक्तियों में  गिरने, चोट लगने, हड्डी टूटने (फ्रैक्चर) और संक्रमण (इन्फेक्शन) के जोखिम अधिक होते हैं और उनकी इन तकलीफों से ठीक होने की क्षमता भी कम होती है, जिससे उनकी मृत्यु की संभावना बढ़ जाती है।
  • याददाश्त में कमी: कुछ हद तक भूलने की समस्या उम्र बढ़ने का एक  सामान्य पहलू है। भूलना चिंताजनक तब माना जाता है जब इस के कारण क्षमता घटने लगती है और व्यक्ति को दैनिक काम करने में, कार्यस्थल में और सामाजिक जीवन में दिक्कतें होने लगती हैं। ऐसी स्थिति में व्यक्ति का मनोभ्रंश (डिमेंशिया) के लिए मूल्यांकन किया जाना चाहिए। कुछ स्थितियों में याददाश्त की समस्या के कारण की सही पहचान से उचित उपचार करा जा सकता है, और लक्षण कम हो सकते हैं। कुछ ऐसे कारण जिन में उपचार से फायदा हो सकता है - सिर पर चोट, भावनात्मक कष्ट, शराब का अधिक सेवन, विटामिन बी 12 की कमी, मस्तिष्क में संक्रमण (इन्फेक्शन), कुछ दवाओं के साइड इफ़ेक्ट, हाइपोथायरायडिज्म आदि।
  • सामान्य अस्वस्थता: यह भावनात्मक / शारीरिक रूप से अस्वस्थ और व्याकुल होने की भावना है। इस के कारण मनोवैज्ञानिक या शारीरिक हो सकते हैं- जैसे अवसाद, गहरी थकान (क्लान्ति), मूत्र या श्वसन पथ के संक्रमण (इन्फेक्शन) और यहां तक कि कैंसर। इसका मूल कारण अकसर क्रोनिक (चिरकालिक) होता है, उदाहरण - एनीमिया (अरक्तता), आर्थराइटिस (गठिया), फेफड़ों के रोग।
  • गहरी थकान या आसानी से थक जाना: इसे अकसर अनदेखा करा जाता है और उपचार नहीं करा जाता। गहरी थकान के कारणों में मौजूद हैं: रक्त परिसंचरण और ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी (जैसे सीओपीडी, हृदय की समस्याएं), हार्मोनल सिस्टम का ठीक काम न करना (यह थायरॉयड असंतुलन, कुपोषण, मधुमेह आदि में देखा जा सकता है), वगैरह। यदि गहरी थकान लंबे समय से चली आ रही है और इसकी स्पष्ट वजह मालूम नहीं हो पायी है, तो इसका कारण चिरकालिक समस्याएं हो सकती है - जैसे कि एनीमिया (अरक्तता), नींद संबंधी समस्याएं, जोड़ों में दर्द और क्रोनिक थकान सिंड्रोम ।
  • कब्ज: युवा वयस्कों की तुलना में बुजुर्गों में कब्ज पांच गुना अधिक पाया जाता है। कुछ कारण - कम फाइबर युक्त आहार, पानी/ तरल पदार्थों का सेवन कम होना, व्यायाम की कमी, लंबे समय तक बैड रेस्ट , आंत्र की समस्याएं, कुछ दवाओं का साइड इफ़ेक्ट, इत्यादि। कई चयापचयी (मेटाबोलिक) समस्याएं भी कब्ज पैदा कर सकती हैं। इनमें हृदय रोग, मधुमेह, हाइपोथायरायडिज्म, निम्न रक्त पोटेशियम, उच्च रक्त कैल्शियम, अति सक्रिय पैराथायराइड ग्रंथियां, तंत्रिका और मांसपेशियों के विकार आदि शामिल हैं। जुलाब के अधिक उपयोग से आंत्र सामान्य तरह से काम करना बंद कर सकते हैं और जुलाब पर निर्भरता हो सकती है ।
  • जोड़ों के प्रतिवर्ती क्रिया (रिफ्लेक्स) असामान्य होना: यह मांसपेशियों, परिधीय (परिसरीय, पेरिफेरल) या रूट तंत्रिका या यहां तक कि स्पाइनल कार्ड (सुषुम्ना रज्जु )में क्षति का संकेत हो सकता है। रिफ्लेक्स परीक्षण संवेदी और मोटर मार्गों के कामकाज का आकलन करने का एक तरीका है। परिधीय न्यूरोपैथी अनुपस्थित रिफ्लेक्स का सबसे आम कारण है और यह अकसर मधुमेह के रोगियों में देखा जाता है। अपर्याप्त या अनुपस्थित रिफ्लेक्स लोअर और अपर मोटर न्यूरॉन डिसऑर्डर, थायरॉइड असंतुलन आदि के कारण भी हो सकते हैं। फुर्तीला या औसत से ज्यादा तेज रिफ्लेक्सिस अकसर हाइपोथायरायडिज्म, पार्किंसंस, मल्टीपल स्केलेरोसिस, एएलएस और यहां तक कि चिंता के कारण भी देखे जाते हैं।
  •  सिरदर्द: यह एक अन्य चुनौतीपूर्ण लक्षण है क्योंकि इसके अनेक संभव कारण हैं जो जटिल हो सकते हैं और बदलते भी रहते हैं। प्राथमिक बिनाइन (सुसाध्य) सिरदर्द के कारणों में माइग्रेन, तनाव, निर्जलीकरण आदि शामिल हैं। कई बीमारीयों में भी सिरदर्द एक लक्षण हो सकता है  - जैसे कि हृदवाहिनी (कार्डियो-वैस्कुलर) बीमारियाँ, उच्च रक्तचाप (हाई बीपी), जायंट सेल आर्टेराइटिस, मस्तिष्क में लीश़न (घाव,) या मास (पिंड), सीओपीडी आदि। बुजुर्गों में सिरदर्द की समस्या को कुछ दवाओं के उचित से अधिक इस्तेमाल के साथ भी जोड़ा गया है, जैसे कि लम्बे अरसे से मौजूद दर्द के लिए बहुत ज्यादा दर्दनाशक दवाओं का इस्तेमाल।
  • डिप्रेशन (अवसाद): यह उम्र बढ़ने का एक स्वाभाविक हिस्सा नहीं है! यदि कोई व्यक्ति अवसाद के लक्षण दिखा रहा है, तो इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए। अवसाद के कारणों में शामिल हैं: हाइपोथायरायडिज्म, दवाओं के दुष्प्रभाव, पुरानी चिरकालिक बीमारियों, चिंता (ऐनग्जाईटी) और हार्मोनल असंतुलन। मनोभ्रंश (डिमेंशिया) और अवसाद में अंतर जानना और ठीक पहचान कर पाना जरूरी है। यदि व्यक्ति की मानसिक क्षमता में गिरावट शीघ्रता से हुई है और वे यह पहचान पा रहे हैं कि उन्हें याददाश्त की समस्या है और वे कंफ्यूस हो रहे हैं, तो शायद उन्हें अवसाद है, डिमेंशिया नहीं। 

Click on the pic below to download a free E-book on managing challenging behavioural symptoms of dementia  

  • हृद-दाह (हार्टबर्न) या अम्लता (एसिडिटी) : आमतौर से इसके कारण हैं कुछ खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थ, बहुत ज्यादा खाना, शराब का सेवन, तनाव और धूम्रपान। बुजुर्ग लोगों में हर्टबर्न का मूल्यांकन आवश्यक है- क्योंकि इसके अन्य कारण भी हो सकते हैं जैसे कि हायटल हर्निया या निचली ग्रासनली की अवरोधिनी (एसोफेजियल स्फिंक्टर) का कमजोर होना, क्योंकि ये आगे जाकर बैरेट्स ईसोफैगस या एसोफैगल कैंसर तक का कारण बन सकते हैं। अन्य स्थितियों में जो हार्टबर्न पैदा करती हैं उनमें शामिल हैं एनजाइना (सीने में दर्द), पित्ताशय की पथरी (गॉल्स्टोन), अल्सर, गैस्ट्रोपेरासिस (पेट का तंत्रिका का लक़वा/अंगघात), और फेफड़े या छाती गुहा में इन्फ्लामाशन (दाह, सूजन)\
  • कमजोरी: यह मांसपेशियों की ताकत में कमी को संदर्भित करती है और एक मेडिकल समस्या का संकेत है। अचानक हुई कमजोरी के संभव कारण हैं - हृद्वाहिनी समस्या, तीव्र (एक्यूट) संक्रमण (इन्फेक्शन), न्यूरोपैथी या मांसपेशियों में दर्द। यदि कमजोरी पुरानी चली आ रही है या बीच-बीच में होती तो जांच करें कि इस का कारण क्या है - कुछ संभव कारण हैं मांसपेशियों की समस्या है, अवसाद, चिंता, हार्मोनल या चयापचयी विकार, एनीमिया, कैंसर आदि।

Related: Risks of Polypharmacy in the Elderly

 

References:
Unusual Presentations of Illness in the Elderly. Richard Besdine.  https://www.msdmanuals.com/ 
Unintentional weight loss in older adults. Gaddey HL1, Holder K2. Am Fam Physician. 2014 May 1;89(9):718-22.
Age-Related Memory Loss. What's Normal, What's Not, and When to Seek Help.   https://www.helpguide.org/
Atypical Presentations of Illness in Older Adults. Carla M. Perissinotto et al. Current Diagnosis & Treatment. 3rd edition, ch 7.
Constipation in the elderly. https://www.news-medical.net/health/Constipation-in-the-Elderly.aspx
www.healthline.com
Depression in the Elderly. www.psycom.net

 
 

Changed
23/Dec/2021

Stories

  • Stock pic of a young woman fainting and the text overlay When to take fainting seriously
    When Should You Take Fainting Seriously
    Unconsciousness or fainting is an occurrence that we are all familiar with. It is usually a symptom of an underlying medical issue. Here the PatientsEngage team helps you understand the many causes of fainting and when to see a doctor. Unconsciousness is like a switch turning off, and most people know this as something far more familiar called fainting. When someone faints, the brain temporarily receives less blood than it needs, leading to a brief loss of awareness to their surroundings.…
  • AI generated pic of a woman supporting an elderly woman and text overly Balancing Elder-care with self-care
    91 वर्षीय सास की देखभाल और आत्म-देखभाल में संतुलन बनाती हूँ
    64 वर्षीया प्रिया* अपनी 91 वर्षीय सास की ज़रूरतों का ध्यान रखती हैं और, उनकी सुरक्षा का ध्यान रखते हुए उनकी देखभाल करती हैं। इस लेख में वे इसके साथ-साथ वे अपनी रुचियों और प्राथमिकताओं के लिए समय निकालने की चुनौतियों के बारे में चर्चा करती हैं। वे ऐसी स्थिति के अपने अनुभव से कुछ उपयोगी टिप्स साझा करती हैं। मेरी सास नब्बे के दशक की शुरुआत में हैं। वे एक जबरदस्त व्यक्तित्व वाली महिला हैं और उन्होंने अपने जीवन में बहुत सी चुनौतीपूर्ण स्थितियों का सामना किया है, जिसमें शामिल हैं 55 साल तक अपने…
  • Graphic images depicting bactaeria and signs of sexually transmitted disease in men and women
    Sexually Transmitted Diseases FAQ
    In India, it is estimated that about 6% of the adult population is infected with one or more sexually transmitted infections (STIs) at any given time, which means approximately 30–35 million new episodes of infection annually. Here are some frequently asked questions addressed Sexually transmitted infections (STIs) or sexually transmitted diseases (STDs) are infections or diseases that one can get from any kind of sexual activity. . More than 30 different bacteria, viruses and parasites can be…
  • Stock pic of diabetes monitoring tests and text overlay on blue strip Which Diabetes Tests are Really needed?
    Diabetes tests: what you really need (and what you can skip)
    The constant barrage of tests for diabetes diagnosis and management can feel overwhelming. And new ones keep popping up. Dr. Shital Patel explains the role and utility of each of the tests  If you are living with diabetes, you have had a lot of blood tests, check-ups, and screenings. It can feel overwhelming trying to keep track of what all these tests mean and which ones are truly important for your health. You may often see new tests being added in testing packages or mentioned in…
  • AI generated pic of a woman supporting an elderly woman and text overly Balancing Elder-care with self-care
    How I Balance Elder Care With Self-care
    Priya*, a 64-year-old shares her struggles of supporting her 91-year-old mother-in-law’s needs while keeping her safe and cared for as well as finding time for her own interests and priorities. She shares some tips on what worked for her. My mother-in-law, who is in her early nineties, is a strong personality who has gone through a lot in life, caring for a disabled son for 55 years, and dealing with bereavement loss of children and spouse. She has the joie de vivre to live a full life on her…
  • Stock pic of a person with a CGM sensor on one arm and holding a mobile with the other. Text overlay Continuous Glucose Monitoring
    Should I Use Continuous Glucose Monitoring (CGM)?
    The use of Continuous Glucose Monitor is increasing. The PatientsEngage team has put together useful information that explains the basics of CGM, who it is meant for, what you can expect, how to interpret the data and more. What Is Continuous Glucose Monitoring (CGM)? With India fast moving towards becoming the Diabetes capital, newer monitoring techniques for blood sugar have come into play. The Continuous Glucose Monitor or CGM, as its commonly known as, is a wearable sensor that measure…
  • A woman reading a book and holding her head in pain with text overlay on a blue strip Types of Headaches
    सिरदर्द को कब गंभीरता से लें?
    बच्चे हों या बड़े /वयस्क, हमारे जीवन में कभी न कभी सिरदर्द होना आम बात है। दैनिक जीवन को बाधित करने वाले लक्षणों में यह सबसे आम लक्षण है, और विश्व भर में दर्द निवारक दवाओं के दुरुपयोग/ अति-उपयोग के सबसे आम कारणों में से एक है। इस लेख में जानें कि सिरदर्द के प्रकार और कारण क्या हैं, सिरदर्द को गंभीरता से कब लें, और स्वास्थ्य सेवा पेशेवर से इस के लिए कब मिलें। सिरदर्द दुनिया भर में शरीर में दर्द के सबसे आम कारणों में से एक है। सिरदर्द ज़्यादातर मस्तिष्क, रक्त वाहिकाओं, नसों या कान, नाक और गले की…
  • A woman reading a book and holding her head in pain with text overlay on a blue strip Types of Headaches
    When To Take Headaches Seriously
    It is quite usual for us to experience headaches at some point in our lives as a child or adult. It is of the most common prevailing symptoms that hampers our daily life and is one of the most common causes of abuse of pain killers around the world. This article focuses on types and causes of headaches, when to be concerned about it, and when to visit a healthcare professional. Headache is one of the most common causes of pain in the body around the world. Headaches are mostly caused by…
  • A person on a sofa holding back in pain and the text overlay urinary issues in elderly
    बुजुर्गों में मूत्राशय संबंधी समस्याओं का प्रबंधन
    मूत्र पथ संक्रमण, मूत्र असंयम और क्रोनिक किडनी रोग के अलावा, बुजुर्गों में मूत्र संबंधी समस्याओं का सबसे आम कारण उम्र बढ़ना है। इस लेख में पढ़ें कि जीवन की गुणवत्ता पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालने वाली इन समस्याओं को रोकने या विलंबित करने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं। मूत्र त्याग की प्रक्रिया को समझना मूत्राशय में बहुत सारी नसें हैं। मूत्राशय के भरे होने की अनुभूति मेरु रज्जु (स्पाइनल कॉर्ड) से होते हुए मस्तिष्क में मूत्र त्यागन केंद्र तक जाती है, और वहाँ से मूत्र त्याग की उत्तेजना को मूत्राशय…
  • Pic of a woman in dance outfit and text on thumbnail Personal Voice Diabetes Management
    नृत्य और संतुलित आहार - मधुमेह के प्रबंधन के मेरे दो स्तम्भ
    59 वर्षीया संगीता इस लेख में अपना अनुभव साझा करते हुए बताती हैं कि कैसे नृत्य और संतुलित आहार को एकीकृत करके उन्हें अपने रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिली। वे इस बात पर भी जोर देती हैं कि कौन कौन से उपचार का तरीका आपके शरीर के लिए उपयुक्त है, यह सोचना जरूरी है, और इस के लिए जरूरत हो तो डॉक्टर बदलना सामान्य माना जाना चाहिए। कृपया मधुमेह के निदान को प्राप्त करने की अपनी यात्रा के बारे में बताएं। 2002 में, 36 साल की उम्र में गर्भावस्था की दूसरी तिमाही के दौरान मुझे गर्भावधि…