इस लेख में पढ़ें डॉ. सुभद्रा जलाली (एलवी प्रसाद आई इंस्टीट्यूट में नेत्र रोग विशेषज्ञ सलाहकार) और डॉ. तेजो प्रताप ओलेटी (फर्नांडीज अस्पताल में नियोनेटोलॉजी यूनिट के प्रमुख) की पेशेंट्स एंगेज से नवजात शिशुओं में समय से पहले अंधेपन के मुद्दे पर चर्चा,…
जया जमरानी एक 42 वर्षीय वरिष्ठ मार्केटिंग प्रोफेशनल हैं, जिन्हें किशोरावस्था से ही दर्दनाक मासिक धर्म की समस्या थी। पेट में तेज दर्द की एक घटना के बाद उनका एंडोमेट्रियोसिस का निदान हुआ। इस लेख में पढ़ें उनके एंडोमेट्रियोसिस से निपटने के अनुभव। वे…
जब मनीषाजी* के पेट में तेज़ दर्द होने लगा तब उन्हें समझ में नहीं आया कि उन्हें क्या हो रहा है। जांच से पता चला कि उन्हें एंडोमेट्रियोसिस है। इस लेख में वे हमें इससे जूझने के अपने अनुभव के बारे में बताती हैं।
कृपया अपनी स्थिति के बारे में कुछ और…
आकांक्षा पाटनकर मिर्जी को अपनी पहली गर्भावस्था की दूसरी तिमाही के दौरान एपिलेप्सी (मिर्गी, अपस्मार) का निदान मिला था, जब उन्हें घर पर एक ग्रैंड मॉल सीजर पड़ा था। एक प्रतिबद्ध पेशेवर के रूप में, वे तब से डॉक्टरों, परिवार और दोस्तों के समर्थन से अपने…
दुर्लभ रोग (रेयर डिजीज, विरल बीमारी) जटिल और चुनौतीपूर्ण होते हैं क्योंकि वे बहुत ही कम लोगों में नजर आते हैं और रोगी इस वजह से इन से जूझने के लिए जानकारी और उपचार प्राप्त नहीं कर पाते और अकेले पड़ जाते हैं। दुर्लभ बीमारियों को समझने की शुरूआत करने…
89 वर्षीय श्री प्रमोद कुमार को 1980 में उम्र से संबंधित मैकुलर डिजनरेशन या एएमडी का निदान दिया गया था। इस लेख में वे हमें बताते हैं कि पिछले 25 वर्षों में उन्होंने अपनी इस दृष्टि संबंधी विकलांगता के साथ कैसे तालमेल बिठाया और जीवन को पूरी तरह से जीना…
70 वर्षीय साई नारायण करणाम पिछले 12 वर्षों से अपने स्टेज 4 फेफड़ों के कैंसर (लंग कैंसर) का प्रबंधन कर हैं। लक्षित दवा उनके लिए असरदार सिद्ध हुई है, साथ ही उनकी सकारात्मकता और अनुशासित जीवनशैली भी मददगार रही हैं। इस लेख में वे अपनी कहानी हमारे साथ…
हममें से कई लोगों ने पैरों में भारीपन का अनुभव किया है जो असहज महसूस होता है। कुछ मामलों में यह सामान्य होता है और अपने आप ठीक हो जाता है लेकिन अन्य मामलों में, यह स्वास्थ्य से संबंधित एक खतरनाक संकेत हो सकता है। यह लेख तीन मुख्य विषयों पर केंद्रित…
बच्चे हों या बड़े /वयस्क, हमारे जीवन में कभी न कभी सिरदर्द होना आम बात है। दैनिक जीवन को बाधित करने वाले लक्षणों में यह सबसे आम लक्षण है, और विश्व भर में दर्द निवारक दवाओं के दुरुपयोग/ अति-उपयोग के सबसे आम कारणों में से एक है। इस लेख में जानें कि…